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एक्साम की टेंशन

नमस्कार दोस्तों मैं आपका दोस्त रविकान्त पाण्डेय दोस्तो मैं कोई प्रोफेशनल लेखक तो नहीं हूँ बस अपने विचारों को आप लोगों के सामने रखने के लिए इस प्लेटफार्म पर आया हूँ तो दोस्तो अगर कोई गलती हो जाए तो मुझे क्षमा कर देना दोस्तों बहरहाल आज मैं एक बहुत ही अच्छे विषय पर अपने विचार रखना चाहूँगा जो है "एक्साम की टेंशन" जी हां दोस्तो आप तो जानते ही होंगे की जल्दी ही लगभग हर बोर्ड के जो चाहे हिंदी हो या अंग्रेजी सब की परिक्षायें शुरू होने ही वाली है और इसी के साथ ही शुरू हो गई हैं विद्यार्थियों में अपनी परीक्षाओं की टेंशन पर मुझे समझ नहीं आया दोस्तो की क्यों आप लोग परिक्षाओं से भय खा रहें है मेरे दोस्त याद रखिए अगर आप लोगों ने सच्चे मन से अपने परीक्षा के लिए तैयारी की है पढ़ाई की है तो घबराईये नहीं सब अच्छा होगा आप अवश्य ही अपने मकसद में सफल होंगे। आपकी मेहनत अवश्य ही रंग लाएगी बस आप कुछ भी कर के अपने भय को अपने मन में और हृदय में न आने दीजिये। बस जो आपने पढ़ा है उसकी निरन्तरता के साथ अभ्यास करें क्योंकि याद रखिए दोस्तो ये परीक्षायें केवल इसलिए होती है कि आपके मेहनत को परख सकें इसलिए परिक्षाओं को केवल एक खेल की तरह लीजिए और इस खेल में आपको जीतना हैं। और किसी कारणवश अगर खेल में हार जायें तो घबराईयेगा नहीं जिन्दगी अवश्य ही सबको मौका अवश्य़ देती है। याद रखिए दोस्तो जिन्दगी एक बहुत अच्छी खाली किताब है जिसमें आप कई तरह के रंग भर सकते है औ अगर कोई गलती हो जाए तो उसको देखकर हमेशा उस गलती को दोहराने से बच सकतें है। 
आजकल अखबारों में कई ऐसी दुख देने वाली खबरें आ जाती की कुछ बच्चें इस परिक्षारूपी खेल को खेलें बिना  ही पहले ही अपने आप को हारा हुआ मानकर एक गलत कदम उठा लेते है बिना ये सोचे की  इसका क्या परिणाम होगा। अरें दोस्तों आप स्वयं ही बताओं क्या  इस इंसानों की बनाई गई दुनिया में इंसानों के द्वारा बनाया गया एक कागज का टुकड़ा भगवान के दिये हुए जीवन जैसे अनमोल तोहफे से ज्यादा बड़ा है क्या इसका जवाब है नहीं जीवन से अनमोल कुछ भी नहींं दोस्तों भय में रहकर कुछ गलत न करें बस तपस्या किजिये तपस्या इसका फल अवश्य मिलेगा भगवान नाम की जो शक्ति हैं ना वो सब देखती है वो अापको आपकी मेहनत का फल अवश्य देगा। आप बस खुद पर यकिन रखों यहां जो भी है इंसान के पाने के लिए ही बस इसके लिए संघर्ष जरूरी है। और अगर असफलता मिल गई तो समझिएगा कि लगता है विरोधी टीम में दम है इस बार ज्यादा जोर लगाना पड़ेगा और बस ये सोचकर दोबारा से जुट जाओं जी जान से ....और दिखा दों इस दुनिया को की कौन हो आप .....


और इसी के साथ वाणी को विराम देता हूँ और आप सभी को मेरी तरफ से आपके इस खेल में जीत की बधाई देता हूँ जीवन के खेल में हम सभी सफल होंगे आज नहीं तो कल तो जरूर...........................धन्यवाद!

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